Joint pain and arthritis (जोड़ों का दर्द व गठिया)


Joint pain and arthritis
 * Grate castor seeds and heat them. Add little Sandha salt in it and apply it. * Mustard seeds, Binauli, Mahoo, Linseed and Sesame oil mixed with Kunkuna Mustard. Please. Mix some opium in it and put it on the painful organ and massage it. * Grate and grind them with the pulp of the stem and the infusion of cowpea; Massage it by adding camphor in Mahua oil. 6. Grinding a Tola black sesame, mixing it in a Tola old fort. Eat goat's milk from above. * Take the decoction of Majitha, Harad, Baheraa, Amla, Pottki, Bach, Neem bark, Barhuahaldi, Gilloye. Unavoidable Remedy: The best and the cheapest way to remove joints pain is by steaming it. Put water in a large panel, put a spoon of the oven and a teaspoon of salt and keep it on the rove. When the steam starts to rise, keep the wire mesh or filter sieve. The steam will rise from the sieve and rise above. Squeeze the cloth or handkerchief in the water on this sieve or wire mesh. This cloth with steam When it gets hot, lift it and keep it to heat another. Heat the said cloth and keep it on the sore part. in daytime . 2 - 3 times soak for 20-25 minutes, the pain will go away. After roasting, apply castor oil on that part and massage it lightly. Along with this external experiment, take these tips as well.  * Mix hardy, dry ginger and oregano 50 - 50 grams of powder - grind it. In the morning empty stomach and at night sleeping 1 - 1 teaspoon of this powder fry it with hot water. * Take 2 to 2 tablets of Mahayograj Guggal with water after an hour of meal in the morning and evening. Anemic oil |         Mustard oil 250m Lee Take 250 grams of grated buds of garlic. Heat the oil well. When the oil starts to crack, put the garlic buds in it and cook on a low flame until the buds of garlic become black. After that, take it off and split it and fill it in a squeeze-brown brown vial. Place this vial on the pan for seven days in the sun throughout the day and keep it in the room at night. When touching the vial, do not stay barefoot but wear shoes or sandals so that the vial is not available. After seven days, apply this oil on the painful organ and make a light massage. Do this experiment until you get the benefit. If there is a pain in the ear, then 2 - 2 drop oil is comfortable with dripping in the ear. |  Backache  * If there is a pain in the waist and knees caused by vaginally (bye), add half a teaspoon of dry ginger, put it in a glass of milk, boil and drink and drink. By using it for 3 - 4 days, it becomes stopping the formation of the egg, the cavity of the cavity is extinguished and the pain of the waist and feet is removed. Chronic pain  Boil the oven by adding 25 grams and 10 grams of salt. The steam began to rise. Then keep the lattice on the skin or sieve. Squeeze two small cloths or napkins in water and squeeze it by placing it 1 - 1 on the lattice and heat it with steam. Do this for 20-25 minutes daily when you have pain or sleep at night. Use the following oil with it. Kapoori oil  Kerosene 100 min. Lee Add native groves 20 grams, salt 10 grams and mix well. Lightly apply this oil to the painful place.  Tarpaine oil 50 min Lee Take Tarphena oil and put 20 grams of native camphor in it and keep it in the sun. Now 50 min. Lee Take mustard oil and 60 drops in it in the sun. Mix the kept oil. It provides relief on injury, sprain, joints and knee pain, pain in the back of the waist or ribs.



In Hindi
जोड़ों का दर्द व गठिया
*अरंडी के बीज पीसकर गरम कर लें । इसमें थोड़ा संधा नमक मिलाकर लेप करें ।
* सरसों , बिनौले , महुए , अलसी व तिल का तेल मिश्रित कर कुनकुना सरसा । करें । उसमें थोड़ी अफीम मिलाकर रख लें और पीडायुक्त अंग पर डाल दे मालिश करें ।
* सोंठ और बालछड , ग्वारपाठा के गूदे के साथ पीसकर लेप करें  * महुए के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करें । ६ . एक तोला काले तिल पीसकर , एक तोला पुराने गड में मिलाकर | खाएं , ऊपर से बकरी का दूध पीएं ।
* मजीठ , हरड़ , बहेड़ा , आंवला , कुटकी , बच , नीम की छाल दारुहल्दी गिलोय का काढ़ा पीएं ।

नायाब उपायः जोड़ों के दर्द को दूर करने का सबसे अच्छा और सस्ता उपाय है , भाप द्वारा सेंक करना । एक बड़ी पतीली में पानी डालकर , एक मुट्ठी अजवायन और एक चम्मच नमक डाल दें और चुल्हे पर रख दें । जब भाप उठने लगे तब तार की जाली या आटा छानने की छलनी रख दें । भाप छलनी से निकलकर ऊपर उठेगी । इस छलनी या तार की जाली पर पानी में गीला किया हुआ कपड़ा या रूमाल निचोड़कर रख दें । भाप से यह कपड़ा । जब गरम हो जाए तब उठा लें और दूसरा कपड़ा गरम करने के लिए रख दे । । उक्त कपड़े को गरम करके दुखते अंग पर रखकर सेंक करें । दिन में । 2 - 3 बार इस तरह 20 - 25 मिनट तक सेंक करें , दर्द दूर हो जाएगा । सेंकने के बाद उस अंग पर अरंडी का तेल लगाकर हलके हाथ से मालिश करें । इस बाह्य प्रयोग के साथ - साथ इन नुस्खों का भी सेवन करें ।
* हरडु , सोंठ और अजवायन 50 - 50 ग्राम कूट - पीसकर मिला लें । सुबह खाली पेट और रात को सोते समय 1 - 1 चम्मच यह चूर्ण गरम पानी के साथ फांक लें ।
* महायोगराज गुग्गल की 2 - 2 गोलियां सुबह - शाम भोजन के घंटेभर बाद पानी के साथ लें ।

वातनाशक तेल |
       सरसों का तेल 250 मि . ली . और लहसुन की छिली हुई कलियां 250 ग्राम लें । तेल को खुब अच्छी तरह गरम करें । जब तेल कडकडाने लगे इसमें लहसुन की कलियां डाल दें और मंदी आंच पर तब तक पकाएं जब तक लहसन की कलियां काली न पड़ जाएं । इसके बाद इसे उतारकर तंटा कर लें और निचोड़ - छानकर कत्थई रंग की शीशी में भरकर रखें । इस शीशी को पटरे पर सात दिन तक दिनभर धूप में रखें और रात को कमरे में रखें । जब शीशी को स्पर्श करें तब नंगे पांव न रहें बल्कि जूते या चप्पलें पहने रहें ताकि शीशी को अर्थिग न मिले । सात दिन बाद इस तेल को दर्दवाले अंग पर लगाकर हलकी - हलकी मालिश करें । यह प्रयोग लाभ न होने तक करते रहें । यदि कान में दर्द हो तो 2 - 2 बूंद तेल कान में टपकाने से आराम होता है । |  

                          कमर दर्द
* वातप्रकोप ( बाय ) के कारण कमर व घुटनों में दर्द हो तो आधा चम्मच सोंठ का चूर्ण , एक गिलास दूध में डालकर उबालें और ठंडा करके पी लें । 3 - 4 दिन तक यह प्रयोग करने से आंव बनना बंद होता है , कुपित वात का शमन होता है और कमर व पैरों का दर्द दूर होता है ।

पुरानी चोट का दर्द
अजवायन 25 ग्राम और 10 ग्राम नमक डालकर उबालें । भाप उठने लगे । तब भगौने पर जाली या छलनी रख दें । दो छोटे कपड़े या नैपकिन पानी में गीले कर निचोड़ लें व तह करके 1 - 1 करके जाली पर रखकर भाप से गरम करें । यह सेंक प्रतिदिन 20 - 25 मिनट तक जब दर्द हो तब करें या रात को सोते समय करें । इसके साथ निम्नलिखित तेल प्रयोग करें ।
कपूरादि तेल
मिट्टी का तेल 100 मि . ली . में देशी कपूर 20 ग्राम , नमक 10 ग्राम डालकर खूब मिला लें । इस तेल को दर्द वाले स्थान पर हलके हाथ से लगाएं ।
तारपीन का तेल
50 मि . ली . तारपीन का तेल लेकर इसमें 20 ग्राम देशी कपूर डालकर धूप में रख दें । अब 50 मि . ली . सरसों का तेल लें और उसमें 60 बूंदें धूप में । रखे हुए तेल की मिला लें । इसे चोट , मोच , जोड़ों व घुटनों के दर्द , कमर या पसली के दर्द में लगाने पर आराम मिलता है ।

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