* Take two or three buds of garlic and put it in the eye with a spin in the eye. Apply this paste on the bald part of the cooked chutney. If irritation is felt then after applying the paste of ghee or butter, add the above paste. Every addition to 20 to 30 days will be beneficial every day.
* Garlic juice one drop, two drops of ginger juice and four pieces of paper lime juice, from where the hair is flying or falling, clean the sir there and let it stay for two hours. This way, use this nose for 3 or 4 times a day. Benefits will start in 2 weeks only.
* Massage on the head of Bhrigraj Oil
* Mix one spoon of Amulic Chemicals with one spoon, mix two teaspoons of sugar in it and take it twice a day.
* Make a powder by mixing the amount of sugar mixed with black sesame, Triphala, Bhangra powder, Jyotishmati, and equal quantity of this mixture. Take 5 grams of this powder with water in the morning and evening.
* Use herbal shampoo or shikkana to wash hair.
* Add garlic ginger juice.
* Mix onion lemon juice.
Oil useful for hair
Coconut oil: 250 grams of gooseberry seeds in the iron formation and put one kilogram of shell oil in the oil. Then grind handfuls of henna leaf and grate them in oil. After this, put Brahmi Buti (Dukhi) in oil and let it boil in iron curry. Cook the oil for 30 minutes after boiling and then close the flame and keep the oil in order to nibble for 1 day.
After dissolving, filter the oil with a clean cloth and fill it in the vial and use it.
Gourd oil: Take 250 grams of coconut oil and 250 grams of gourd, cut into small pieces, grate it with peels and filter it in fine clothes and take out its juice. Boil the oil on a low flame in a vessel. When the oil becomes slightly warmed, then pour the gourd juice extracted in it slowly and boil the oil. When the water gets hot, keep it in the bottle after cooling.
Sesame oil: one-kilogram sesame oil. Pour into the vessel of the wrist, boil it on a low flame. When the oil starts to boil, lift the utensil down. Remove half a lemon juice, filter it and put it in the oil. The lemon juice will clear the oil. By pouring juice can bolster oil. So the vessel should be covered with a plate.
Fry on the second day and keep the oil in a second vessel and keep it sliding. Refine the third day again, which will be stripped of garbage.
In all the above oils, the bread or amla of the essence (Khushboo) can be added to the vial in the oil or can be added to a bottle by adding a green quart.
In Hindi
- लहसुन की दो या तीन कलियां लेकर आंखों में लगाने वाले सुर में के साथ खरल में घोट लें। इस पीसी हुई चटनी का गंजे भाग पर लेप करें। अगर जलन महसूस हो तो घी या मक्खन का हलका लेप करने के बाद उपरोक्त लेप लगाएं।20 से 30 दिन तक हर रोज हर लेप करने से लाभ होगा।
- लहसुन का रस एक बूंद, अदरक का रस दो बूंद और कागजी नीबू का रस चार बूंद मिलाकर जहां से बाल उड़ रहे हो, या गिर रहे हो वहां पर सीर को साफ करके लगा दे और दो घंटे तक लगा रहने दें। इस तरह दिन में 3 या 4 बार इस नुक्से का प्रयोग करें। 2 सप्ताह में ही लाभ होने लगेगा।
- भृंगराज तेल की सिर पर मालिश करें
- आमलकी रसायन एक चम्मच लेकर,इसमें दो चम्मच मिश्री मिलाकर प्रातः सायं दो बार सेवन करें।
- काले तिल, त्रिफला, भंगरा चूर्ण, ज्योतिष्मती समान भाग लेकर इस मिश्रण के बराबर की मात्रा में मिश्री मिलाकर चूर्ण बनाएं। इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम पानी के साथ सेवन करें।
- बाल धोने के लिए हर्बल शैंपू या शिकाकाई का प्रयोग करें।
- लहसुन अदरक का रस लगाएं।
- प्याज नींबू का रस मिलाकर लगाएं।
बालों के लिए उपयोगी तेल
नारियल का तेल: 250 ग्राम आंवले के बीज लोहे के इमादस्ते में उठकर एक एक किलोग्राम गोले के तेल में डाल दें। फिर मेंहदी के हरे पत्ते मुट्ठी भर पीसकर तेल में मिला दें। इसके पश्चात ब्राह्मी बूटी (सुखी) भी तेल में डालकर लोहे की कढ़ाई में उबलने दें। उबाल आने के बाद 30 मिनट तक तेल को पकाएं और फिर आंच बंद करके तेल को 1 दिन के लिए नीथरने के लिए रख दें।
निथरने के बाद तेल को साफ कपड़े से छानकर शीशी में भर लें और इस्तेमाल करें।
लौकी का तेल: 250 ग्राम नारियल का तेल ले व 250 ग्राम लौकी लेकरछोटे-छोटे टुकड़े में छिलके सहित काटकर पीस लें और मेहीन कपड़ों में छानकर उसका रस निकाल लें।तेल को एक बर्तन में धीमी आंच पर उबालें। जब तक तैल थोड़ा गर्म हो जाए, तब उसमें लौकी का निकाला हुआ रस धीरे धीरे डाल दें और तेल को उबालें।जब पानी जल जाए तो ठंडा होने पर बॉटल में भरकर रख दें।
तिल का तेल: एक किलोग्राम तिल का तेल। कलाई के बर्तन में डालकर, धीमी आंच पर उबलने दें। जब तेल गर्म होकर उफनने लगे तो बर्तन नीचे उतार दें। डेढ़ नींबू का रस निकालकर,छानकर तेल में डाल दें। नींबू का रस डालने से तेल साफ हो जाएगा। रस डालने से तेल में उफान आ सकता है। आतः बर्तन को थाली से ढक देना चाहिए।
दूसरे दिन छानकर एक दूसरे बर्तन में तेल रखकर निथरने दें। तीसरे दिन फिर छान लें, जिसे कूड़ा-कचरा अलग हो जाएगा।
उपरोक्त सभी तेलों में ब्राम्ही या आमला एसेंस(खुश्बू) का ⅛ हिस्सा शीशी में डाल सकते हैं या एक पोटली में हरा रांग डालकर मिला सकते हैं।